Wednesday, April 29, 2020

शिक्षा में शैक्षिक तकनीकी Educational Technology In Education

शैक्षिक तकनीकी का अर्थ
Meaning of Educational Technology
शैक्षिक तकनीकी के प्रत्यय को भली प्रकार से समझने के लिए सर्वप्रथम उसके अर्थ को समझा जाना चाहिए |
शैक्षिक तकनीकी 2 शब्दों शिक्षा एवं तकनीकी के योग से बना है इसके अर्थ को स्पष्ट रूप से समझने के लिए सर्वप्रथम यह आवश्यक है कि शिक्षा एवं तकनीकी का अर्थ पृथक पृथक जाए | 



शिक्षा शिक्षा मानव विकास का मूल साधन है इसके द्वारा मनुष्य की जन्मजात शक्तियों का विकास, ज्ञान एवं कला कौशल में वृद्धि तथा व्यवहार में परिमार्जन किया जाता है और उसे एक सभ्य सुयोग्य और सुसंस्कृत नागरिक बनाया जाता है शिक्षा शब्द संस्कृत के शिक्ष धातु में आ प्रत्यय लगने से बना है जिसका अर्थ है सीखना और सिखाना अतः शिक्षा का अर्थ हुआ सीखने सिखाने की प्रक्रिया ।
अंग्रेजी में शिक्षा शब्द का पर्याय है Education है जो latin भाषा के Educatum शब्द से बना है । एडुकेतुम भी दो शब्दों E और Duco से मिलकर बना है । E का अर्थ है अंदर से और duco का अर्थ है आगे बढ़ाना अतः Education का अर्थ हुआ बच्चे की आंतरिक शक्तियों को बाहर की ओर प्रकट करने की प्रक्रिया ।
अनेक विद्वानों ने शिक्षा की अलग-अलग परिभाषाएं दी है लेकिन यदि संक्षेप में हम शिक्षा के व्यापक अर्थ की बात करें तो कह सकते हैं कि शिक्षक एक सतत चलने वाली उद्देश्य पूर्ण सामाजिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा मनुष्य की जन्मजात शक्तियों का विकास कर उसके कला कौशल में वृद्धि की जाती है जिससे वह राष्ट्र समाज एवं विश्व की आवश्यकता के अनुसार एक योग्य सभ्य सुसंस्कृत नागरिक बन सकें शिक्षा के द्वारा व्यक्ति एवं समाज दोनों निरंतर विकास करते हैं ।
तकनीकी तकनीकी अंग्रेजी के Technology शब्द का पर्याय है । तकनीकी का अर्थ है दैनिक जीवन में वैज्ञानिक विज्ञान का प्रयोग करने की विधियां , यह शब्द ग्रीक भाषा के Technikos से निकला है जिसका अर्थ है कला इसका पर्याय लैटिन भाषा का शब्द Texere है  जिसका अर्थ बुनने और निर्माण करने से होता है ।
ऑफिस महोदय के अनुसार तकनीकी विज्ञान का कला में प्रयोग है ।
 According to Ofiesh Technology is the application of science to art.
जैक्वेटा ब्लूमर के अनुसार तकनीकी व्यवहारिक जीवन में वैज्ञानिक सिद्धांतों का अनुप्रयोग है ।
According to jacquetta Technology is the application of scientific theory to practical ends.
अतः कहा जा सकता है कि तकनीकी का अर्थ विज्ञान के ज्ञान को दैनिक जीवन की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रयोग करना है अथवा वैज्ञानिक ज्ञान के व्यावहारिक रूप को तकनीकी कहते हैं इस प्रकार शिक्षा और तकनीकी के अर्थ को स्पष्ट करने के बाद अब शैक्षिक तकनीकी के अर्थ को सरलता पूर्वक स्पष्ट किया जा सकता है । सामान्यतया यह माना जाता है कि शिक्षा के क्षेत्र में तकनीकी साधनों एवं उपकरणों का प्रयोग मात्र शैक्षिक तकनीकी है लेकिन शैक्षिक तकनीकी का यह एक संकुचित अर्थ है शैक्षिक तकनीकी एक व्यापक अवधारणा है जो अब एक अलग अध्ययन क्षेत्र के रूप में विकसित हो चुकी है जिसका कार्य शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को सहज सरल एवं प्रभावशाली बनाना है इस प्रकार शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को सहज सरल सक्षम और प्रभावशाली बनाने के लिए वैज्ञानिक सिद्धांतों पर आधारित तकनीकी उपकरणों एवं मनोवैज्ञानिक सिद्धांत तथा विधियों प्राविधियों का उचित प्रयोग ही शैक्षिक तकनीकी कहलाता है । 

शैक्षिक तकनीकी की प्रकृति
Nature of Educational Technology
वर्तमान में शैक्षिक तकनीकी एक व्यापक विस्तृत एवं स्वतंत्र अध्ययन क्षेत्र है उसकी प्रकृति निम्नवत है -
1. शैक्षिक तकनीकी शिक्षा पर विज्ञान और तकनीकी के प्रभाव का अध्ययन करती है ।
2. शैक्षिक तकनीकी में व्यवहारिक पक्ष को महत्व दिया जाता है ।
3. शैक्षिक तकनीकी का आधारभूत विषय विज्ञान है ।
4. यह मनोविज्ञान इंजीनियरिंग आदि विज्ञानों के नियमों से सहायता लेते हैं।
5. शैक्षिक तकनीकी निरंतर विकासशील विषय है ।
6. इसका उद्देश्य सीखने सिखाने की प्रक्रिया में विकास करना है ।
7. इसमें क्रमबद्ध उपागमो Systematic Approaches को प्रधानता दी जाती हैं ।
8. इसमें शिक्षक छात्र तथा तकनीकी प्रक्रियाएं एक साथ समावेशित रहती है ।
9. यह शैक्षिक उद्देश्यों की पूर्ति हेतु अधिगम परिस्थितियों में आवश्यक परिवर्तन लाने में समर्थ है ।
10. शैक्षिक तकनीकी शैक्षिक आर्थिक सामाजिक तथा तकनीकी आवश्यकताओं के अनुरूप उपकरणों के निर्माण में सहायता प्रदान करती है ।
11. शैक्षिक तकनीकी शिक्षा के प्रसार में सहायता देती है ।

शैक्षिक तकनीकी की आवश्यकता
Necessity of Educational Technology
शैक्षिक तकनीकी शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को सरल रूचि पूर्ण सुगम सरस एवं प्रभावशाली बनाती है वर्तमान में शिक्षा का कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है जिसमें शैक्षिक तकनीकी का प्रयोग न होता हो शैक्षिक तकनीकी अनेक महत्वपूर्ण कार्य करती है इन्हीं कार्यों को पूरा करने में इसकी आवश्यकता पड़ती है शैक्षिक तकनीकी की शिक्षा में निम्नलिखित कारणों से आवश्यकता होती है -
1. शैक्षिक तकनीकी शिक्षण प्रक्रिया को वैज्ञानिक वस्तुनिष्ठ स्पष्ट सरल रुचिकर व प्रभावशाली बनाती है 
2. शैक्षिक तकनीकी शिक्षण समस्याओं के समाधान के लिए उचित मार्गदर्शन करती है 
3. यह शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को प्रभावशाली बनाने के लिए उचित मार्गदर्शन प्रदान करती है 
4. यह शिक्षक एवं छात्र के मध्य होने वाले विचारों के आदान-प्रदान में संप्रेषण की एक प्रभावशाली कला के रूप में महत्वपूर्ण स्थान रखती है 
5. शैक्षिक तकनीकी उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए अधिगम परिस्थितियों की व्यवस्था करती है तथा उन पर नियंत्रण रखती है 
6. यह शिक्षण प्रक्रिया में शक्ति व समय के अपव्यय को नियंत्रित करती है 
7. यह प्रभावशाली शिक्षण हेतु नई नई विधियों के विकास पर बल देती है 
8. यह व्यवहार परिवर्तन के मापन के लिए तथा शिक्षण प्रक्रिया के परिणामों की जांच के लिए उचित मूल्यांकन प्रावधानों के विकास पर बल देती है 
9. यह मूल्यांकन के पश्चात छात्रों के अंतिम व्यवहार की जांच कर अपेक्षित पुनर्बलन एवं पृष्ठपोषण पर बल देती है 
10. शैक्षिक तकनीकी ज्ञान का संचय प्रचार प्रसार एवं विकास के लिए आवश्यक है 
11. इसके द्वारा नए ज्ञान की खोज संभव होती है 
12. अनुसंधान के क्षेत्र में शैक्षिक तकनीकी महत्वपूर्ण साधन के रूप में कार्य करती है 
13. उद्देश्यों की पहचान एवं निर्धारण करने में इसकी आवश्यकता पड़ती है ।
14. शिक्षण के उद्देश्यों को व्यवहारिक रूप में लिखने के लिए इसकी आवश्यकता पड़ती है
15. प्रत्येक छात्र को उसकी रूचि क्षमता गति एवं स्तर के अनुरूप सीखने में सहायता करती है
16. छात्रों एवं शिक्षकों की व्यक्तिगत शैक्षिक आवश्यकताओं की पूर्ति करती है
17. अधिक से अधिक छात्रों को अधिकतम सूचनाएं सर्वोत्तम तरीके से प्रदान करती है
18. विशिष्ट दक्षता एवं कौशलता प्रदान करती है
19. पाठ्यक्रम का निर्धारण करती है
20. पाठ्यक्रम का विश्लेषण कर क्रमबद्ध रूप से व्यवस्थित करती है
इसी प्रकार अन्य कई महत्वपूर्ण कारण है जिनके कारण शैक्षिक तकनीकी की आवश्यकता पड़ती है संक्षेप में शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को सहज सरल सुगम तथा प्रभावशाली बनाने एवं ज्ञान के संचय प्रसार तथा विकास हेतु शैक्षिक तकनीकी की आवश्यकता पड़ती है ।

शैक्षिक तकनीकी की परिभाषाएं
Definitions of Educational Technology
शैक्षिक तकनीकी की अलग-अलग विद्वानों ने समय-समय पर अलग-अलग परिभाषाएं दी है कुछ महत्वपूर्ण परिभाषाएं इस प्रकार है 
जैक्वेटा ब्लूमर के अनुसार शैक्षिक तकनीकी को व्यवहारिक अधिगम की परिस्थितियों में वैज्ञानिक एवं तकनीकी ज्ञान का विनियोग कहा जाता है 
According to Jacquetta bloomer Education technology is the application of scientific knowledge about learning to practical learning situation.
एस एस कुलकर्णी के अनुसार तकनीकी तथा विज्ञान के आविष्कार एवं नियमों के प्रयोग को शिक्षा की प्रक्रिया में शैक्षिक तकनीकी कहा जाता है 
According to S S Kulkarni educational technology may be defined as the application of the laws as well as recent discoveries of Science and technology to the process of education.
रोबर्ट ए कॉक्स के अनुसार मानव की सीखने की परिस्थितियों में वैज्ञानिक प्रक्रिया के प्रयोग को शैक्षिक तकनीकी कहा जाता है 
According to Robert A Cox Application of scientific process to man's learning conditions called education Technology .
एस के मिश्रा के अनुसार शैक्षिक तकनीकी को उन विधियों एवं विधियों का विज्ञान माना जाता है जिनके द्वारा शैक्षिक उद्देश्यों को प्राप्त किया जा सके 
According to SK Mitra educational technology can be conceived as a science of techniques and methods by which educational goals could be realised.
ई ई हैडेन के अनुसार शैक्षिक तकनीकी शिक्षा सिद्धांत एवं व्यवहार की वह शाखा है जिसका संबंध मुख्यतः उन रूपरेखा व तथा सूचनाओं से होता है जो सीखने की प्रक्रिया को नियंत्रित करती है 
According to E E Hadden Educational technology is that branch of educational theory and practice concerned primarily with the use of message which controls the learning process .
जॉन लीडहम के अनुसार शैक्षिक तकनीकी शिक्षण एवं सीखने में आधुनिक विधियों एवं प्रयोग का क्रमबद्ध प्रयोग होता है 
According to John ledham Educational technology is the systematic use of modern methods and techniques in teaching and learning.

आधुनिक शैक्षिक क्रियाकलापों में शैक्षिक तकनीकीयो की भूमिका
Role of educational techniques in modern educational activities
शैक्षिक तकनीकी मुख्यतः निम्नलिखित तीन रूपों में पाई जाती है -
1. हार्डवेयर उपागम
2. सॉफ्टवेयर उपागम
3. प्रणाली उपागम
हार्डवेयर उपागम का तात्पर्य शिक्षा के क्षेत्र में प्रयुक्त होने वाली तकनीकी उपकरणों से होता है यह भौतिक विज्ञान एवं अभियांत्रिकी पर आधारित है ।
सॉफ्टवेयर उपागम से तात्पर्य उन मनोवैज्ञानिक विधियों और विधियों से है जो शिक्षा के क्षेत्र में प्रयुक्त की जाती है यह मनोविज्ञान विशेषकर अधिगम के मनोविज्ञान पर आधारित है ।
आधुनिक शैक्षिक क्रियाकलापों में शैक्षिक उपागम ओं की अति महत्वपूर्ण भूमिका है इसे हम निम्नलिखित बिंदुओं द्वारा स्पष्ट कर सकते हैं
1. यह उपागम सामान्य अथवा कठिन विषय वस्तु को अधिक ग्रह आइए तथा सरल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं 
2. विषय वस्तु अधिक रोचक तथा आकर्षक बन जाती है 
3. इन उपागमों का प्रयोग छात्रों की रुचि जागृत करके उन्हें जिज्ञासु बनाने तथा प्रेरित करने के लिए किया जाता है 
4. छात्र अधिक सक्रिय वे उत्साहित हो जाते हैं 
5. यदि शिक्षा में कठोर शिल्प का प्रयोग किया जाए तो शिक्षा अधूरी रहेगी इस कारण कठोर शिल्प उपकरणों के अनिवार्य उपयोग को बल देता है शिक्षा का मशीनीकरण करके कम खर्च तथा कम समय में अधिक छात्रों को शिक्षित किया जा सकता है 
6. कठोर शिल्प उपागम में कंप्यूटर नेक शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व क्रांति ला दी है 
7. कठोर शिल्प उपागम के फल स्वरुप ही पत्राचार पाठ्यक्रम तथा मुक्त विश्वविद्यालय का जन्म हुआ है जिससे अंकगणित छात्रों को लाभ मिल रहा है 
8. कठोर शिल्प उपागमो के माध्यम से सीखने के ज्ञानात्मक भावात्मक तथा क्रियात्मक उद्देश्य की प्राप्ति की जा सकती है
9. सॉफ्टवेयर उपागम ओ द्वारा शिक्षण प्रक्रिया को सरल सुगम तथा रोचक बना कर छात्रों के ज्ञान एवं अनुभव में वृद्धि की जा सकती है तथा शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को रोचक प्रयोजन पूर्ण तथा प्रभावशाली बनाया जा सकता है 
10. सॉफ्टवेयर उपागम द्वारा छोटे तथा बड़े समूह में एवं व्यक्तिगत स्तर पर भी शिक्षण एवं अधिगम संबंधी उद्दीपन अनुक्रिया प्रदान करके शिक्षक की गुणात्मक योग्यता का विकास किया जा सकता है 
11. सॉफ्टवेयर द्वारा ही कक्षा कार्य में छात्रों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जा सकती है तथा सर्वोत्तम परिणामों की प्राप्ति हेतु उचित संसाधनों एवं प्रक्रियाओं को जुटाने का प्रयास किया जाता है 
12. स्वअनुदेशित कार्यक्रम Self Instructional Programmes द्वारा व्यक्तिगत अनुदेशन Individual Instruction के क्षेत्र को विशेष बल मिला है 
13. सॉफ्टवेयर उपागम में शिक्षण तथा सीखने के मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों का प्रयोग किया जाता है जिससे छात्रों के व्यवहार में अपेक्षित परिवर्तन किया जा सकता है 
14.इन उपागमों के माध्यम से शिक्षक विभिन्न बहू माध्यम एवं बहू इंद्रिय Multimedia and multi sensory उपागम शिक्षण व्यूह रचना शिक्षण विधियों का वैज्ञानिक व मनोवैज्ञानिक ज्ञान प्राप्त कर के छात्रों के व्यवहार में अपेक्षित व्यवहार परिवर्तन लाया जा सकता है 
15. इन उपागमो के माध्यम से शिक्षक की कार्य कुशलता में वृद्धि होती है यह शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को रोचक सरल एवं प्रभावशाली बनाने के लिए कार्य करता है तथा शैक्षिक क्रियाकलापों का कुशल एवं प्रभावपूर्ण प्रबंधन करता है 
16. इन उपागमो के माध्यम से छात्र घर में बैठे-बैठे ही उपाधियां प्राप्त कर सकते हैं साथ ही पत्राचार एवं दूरस्थ शिक्षा की अपेक्षाओं को पूरा किया जा सकता है ।

शैक्षिक तकनीकी के कार्य
Functions of Educational Technology
शैक्षिक तकनीकी अपनी उपयोगिता के कारण दिन-प्रतिदिन महत्वपूर्ण होती जा रही है शैक्षिक तकनीकी शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को सहज सरल सुरुचिपूर्ण एवं प्रभावशाली बनाती है इसने शिक्षा की प्रक्रिया को आधुनिक बनाने का कार्य किया है शैक्षिक तकनीकी के महत्वपूर्ण कार्यों का संक्षिप्त स्पष्टीकरण निम्नलिखित है
सर्वांगीण सुधार में सहायता
शैक्षिक तकनीकी शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित समस्याओं को ढूंढने एवं उनको दूर करने में सहायता करती है यह शिक्षण अधिगम प्रक्रिया तथा उसके मूल्यांकन में सुधार के साथ-साथ उस पर नियंत्रण रखने का कार्य भी करती हैं 
अध्यापन में सुधार 
शैक्षिक तकनीकी शिक्षण प्रक्रिया का पूर्ण रूप से विश्लेषण करती है यह शिक्षण के विभिन्न स्तरों एवं सह संबंध हो एक दूसरे पर पड़ने वाले प्रभाव शिक्षण के सिद्धांतों शिक्षण अवस्थाओं एवं शिक्षण सूत्र आदि को ढूंढने का प्रयत्न करती है शिक्षण के सिद्धांतों का विकास करके यह शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाती है 
पाठ्यक्रम का विकास 
शैक्षिक तकनीकी द्वारा निश्चित किए गए शैक्षिक उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए इसका अगला सोपान उचित पाठ्यक्रम का विकास करना है केवल उचित ढंग का पाठ्यक्रम ही शैक्षिक उद्देश्यों को प्राप्त करने में सक्षम बन सकता है पाठ्यक्रम शिक्षण अधिगम तथा वातावरण का एक ऐसा योग है जिससे नवीनतम विचारधाराओं के अनुसार परिष्कृत करना और फिर से डालना आवश्यक है केवल शैक्षिक तकनीकी ही पाठ्यक्रम का उचित ढंग से विकास करने का कार्य कर सकती है
कक्षा व्यवहार संबंधी आवश्यकताओं को पहचानना 
शैक्षिक तकनीकी कक्षा व्यवहार की आवश्यकताओं को ढूंढती है शैक्षिक तकनीकी के प्रयोग द्वारा शिक्षा के स्तर को सुधारा जा सकता है यह शिक्षण सामग्री तथा अभिक्रमित अनुदेशन सामग्री के प्रयोग से संबंधित हो सकती है शैक्षिक तकनीकी कक्षा विद्यार्थियों को स्व अधिगम हेतु उत्साहित एवं प्रेरित कर कक्षा व्यवहार को अधिक प्रभावशाली बना सकती है
शिक्षकों का प्रशिक्षण
परिवर्तित होते वातावरण में नए पाठ्यक्रम तथा नई सामग्री का उपयोग एक शिक्षक को करना आवश्यक होता है शिक्षण की परंपरागत योजनाओं तथा पद्धतियों से सुसज्जित शिक्षण आज के युग में सार्थक नहीं है इसलिए आज शिक्षकों को सही ढंग का प्रशिक्षण देने में शैक्षिक तकनीकी महत्वपूर्ण सहायता कर सकती है वीडियो Video टेप Tape क्लोज्ड सर्किट टीवी Closed Circuit T.V. का उपयोग शिक्षकों को उचित ढंग से शिक्षण करने में सहायता करता है
शिक्षण अधिगम प्रक्रिया का विश्लेषण
शैक्षिक तकनीकी का उद्देश्य शिक्षण अधिगम प्रक्रिया का गहराई से विश्लेषण करना है इसका प्रयत्न अध्यापन में दिखाई देने वाली विभिन्नताओ उसके परसपरिक संबंधों और उनके परस्पर संबंधों से होने वाले परिणामों आदि को ढूंढना होता है यह अध्यापन की विभिन्न अवस्थाओं से भी संबंध रखती है यह अध्यापन के सिद्धांतों तथा सूत्रों का भी विश्लेषण करती है सामान्यत है यह अध्यापन तथा अध्ययन में अधिक अच्छे संबंध स्थापित करने की कोशिश करती है ।
श्रव्य दृश्य साधनों का विकास 
श्रव्य दृश्य उपकरणों ने शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में सदैव अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है उनका उपयोग समय अनुसार करना जरूरी है सॉफ्टवेयर उपकरण हार्डवेयर उपकरण कंप्यूटर और दूसरे इसी तरह के उपकरणों आदि का उपयोग करना आधुनिक वातावरण के अध्यापन अध्ययन में आवश्यक है 
समुदाय की आवश्यकताओं को पहचानना 
शैक्षिक तकनीकी समुदाय की आवश्यकताओं को ढूंढती है यह पिछड़े वर्ग के लोगों गरीब छात्रों तथा समाज से वंचित क्षेत्रों के लोगों को समान शैक्षिक अवसर प्रदान कराने में सहायक है यह शिक्षा को देश के कोने-कोने तक पहुंचाने में सहायक है शैक्षिक तकनीकी देश में साक्षरता लाने के लिए भी प्रयत्नशील रहती है 
शिक्षण अधिगम व्यूह रचनाएं 
शिक्षण अधिगम की प्रत्येक परिस्थिति में एक शिक्षक के लिए उसके द्वारा योजना महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है योजना आवश्यकता परिस्थिति एवं सामग्री के अनुकूल होनी चाहिए जो शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को प्रभावी बना सके शैक्षिक तकनीकी विविध योजनाओं को सरलता पूर्वक उपलब्ध कराती है इन योजनाओं का ज्ञान प्रत्येक शिक्षक को होना जरूरी है तभी शिक्षक अपने काम के प्रति न्याय कर सकते हैं
शिक्षा के उद्देश्य को निश्चित करना 
समय के साथ-साथ शिक्षा के उद्देश्यों का परीक्षण होता रहता है शैक्षिक तकनीकी सही उद्देश्य को ढूंढने में सहायता करती है इस संसार की प्रत्येक वस्तु में तीव्र गति से परिवर्तन होता रहता है व्यक्तियों की आवश्यकताओं के साथ-साथ शैक्षिक आवश्यकताओं का पुण्य परिष्करण होना जरूरी होता है बदलते परिदृश्य में उपयुक्त उद्देश्यों को निश्चित करने में शैक्षिक तकनीकी सहायता करती है 
ज्ञान के संचय एवं हस्तांतरण में सहायक 
वर्तमान समय में ज्ञान का विस्फोट हो रहा है शैक्षिक तकनीकी ज्ञान को संचित करके उसको प्रभावशाली ढंग से एक दूसरे को हस्तांतरित करती है साथ ही उसमें परिवर्तन करके विकास को नई नई दिशाओं की ओर अग्रसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
ज्ञान का विकास करने में सहायक 
 शैक्षिक तकनीकी द्वारा ज्ञान का प्रसार किया जाता है जिसके माध्यम से विभिन्न प्रक्रियाओं विधियों प्रविधियों व्यूह रचनाओं शिक्षण प्रारूपों आदि का विकास होता है शैक्षिक तकनीकी इन में उत्तरोत्तर विकास करने में सहायक होती है विज्ञान के प्रसार एवं विकास के कारण रेडियो टेलीविजन टेप रिकॉर्डर आदि असंख्य छात्रों को शिक्षण प्रदान करने में सहायक है साथ ही पत्राचार पाठ्यक्रम खुले विश्वविद्यालय Open University  आदि के द्वारा छात्रों को घर बैठे ही शिक्षा ग्रहण करने की सुविधा प्राप्त हो रही है
शैक्षिक अनुसंधान के विकास में सहायक 
शैक्षिक तकनीकी ने विज्ञान एवं सामाजिक शास्त्रों को एक नवीन रूप प्रदान किया है जिसके फलस्वरूप विभिन्न क्षेत्रों में शोध पद्धति के आधार पर विभिन्न प्रारूपों Designs प्रतिमानो Models आदि का विकास किया जाता है साथ ही अनुसंधान के माध्यम से विभिन्न विधियों व्यू रचनाओं युक्तियों आदि का विकसित किया जाए गया है इससे शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को अपेक्षित दिशा में व्यवहारिक रूप प्रदान करने में सहायता मिली है
इसके अतिरिक्त कई अन्य कार्य भी है जो शैक्षिक तकनीकी द्वारा संपादित किए जाते हैं जिनका वर्णन निम्नलिखित हैं
1. शिक्षण के उद्देश्यों को प्रतिपादित करके उनको व्यवहारिक रूप से लिखने की दृष्टि से इस की बहुत आवश्यकता है 
2. शिक्षण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए समुचित पुनर्भरण की प्रवृत्तियों का चयन करके उनका प्रयोग करते हैं
3. इसमें पाठ्य वस्तु का विश्लेषण उसके तत्वों के रूप में किया जाता है और उन तत्वों की क्रमबद्ध रूप से व्यवस्था की जाती है 
4. शैक्षिक तकनीकी में विद्यार्थियों के गुणों क्षमताओं को चलो निस पत्तियों आदि का विश्लेषण किया जाता है 
5. पत्राचार पाठ्यवस्तु को भी रेडियो टेलीविजन टेप रिकॉर्डर आदि के प्रयोग से प्रभावशाली बनाया जा सकता है 
6. शिक्षण के क्षेत्र में हुए शोध कार्यों का शिक्षण प्रक्रिया पर कोई प्रभाव दिखाई नहीं देता लेकिन शिक्षा तकनीकी शोध कार्य के लिए शिक्षा में नवीन प्रयोगों के लिए अवसर प्रदान करती है 
7. शिक्षण प्रशिक्षण की युक्तियों का विकास भी व्यक्ति विभिनता को समुचित अवसर प्रदान करने के लिए किया गया है इसमें अभिक्रमित अधिगम तकनीक छात्रों को अपनी गति के अनुकूल सीखने के अवसर देती है 
8. आज सभी के पास रेडियो टेलीविजन आदि की सुविधाएं है अतः इनका शिक्षा में प्रयोग किया जा सकता है 
9. शिक्षण प्रक्रिया को सार्थक एवं प्रभावशाली बनाने की दृष्टि से भी शिक्षा तकनीकी की बहुत आवश्यकता है 
10. निर्धारित उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए पर्याप्त शिक्षण व्यूह रचनाएं सहायक सामग्री एवं पुनर्बलन का चयन किया जा सकता है 
11. उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए मानदंड परीक्षा की रचना की जाती है तथा उनके प्रयोग से शिक्षण के संबंध में निर्णय लिया जाता है 
12. हार्डवेयर के उपयोग से विद्वानों विशेषज्ञों तथा शिक्षकों के विचारों को मौलिक रूप से संचित किया जा सकता है जिससे भविष्य में भावी पीढ़ी उनके इन मौलिक विचारों को सुनने देख सकती है 
13. प्रणाली विश्लेषण की सहायता से शैक्षिक प्रशासन एवं प्रबंध की समस्याओं का वैज्ञानिक ढंग से अध्ययन किया जा सकता है 
14. शैक्षिक तकनीकी से प्रभावशाली शिक्षक तैयार किए जा सकते हैं क्योंकि शिक्षा तकनीकी ने नवीन प्रयोग का विकास किया है 
15. शैक्षिक तकनीकी के प्रयोग से शिक्षण के रूप को समझाया जा सकता है और शिक्षण सिद्धांतों का प्रतिपादन किया जा सकता है  
16. शैक्षिक तकनीकी शिक्षण के नए प्रतिमान विकसित किए जा सकते हैं एवं शिक्षण को रोचक ढंग से प्रस्तुत किया जा सकता है 
17. शैक्षिक तकनीकी के परिणामस्वरूप एक प्रभावशाली शिक्षक के ज्ञान एवं कौशलों का सभी को लाभ मिल सकता है चाहे वह गांव में रहे या शहर में रेडियो व टेलीविजन पर उसके द्वारा दिए गए अभिभाषण को सभी जगह प्रसारित किया जा सकता है 
18. स्वयंपाठी छात्रों के लिए शिक्षा तकनीकी वरदान सिद्ध हुई है 
19. विद्यार्थियों को शैक्षिक तकनीकी के द्वारा आसानी से अभी प्रेरित किया जा सकता है 
20. शैक्षिक तकनीकी उपकरणों द्वारा प्रभावी पाठों को सुरक्षित रखकर उन्हें आवश्यकतानुसार अधिकाधिक विद्यार्थियों को लाभान्वित करने हेतु प्रयुक्त किया जा सकता है |

शैक्षिक तकनीकी का कार्यक्षेत्र
Scope of Educational Technology
आज शैक्षिक तकनीकी एक नए स्वतंत्र अध्ययन क्षेत्र के रूप में विकसित एवं स्थापित हो चुकी है इसका क्षेत्र भी अति विस्तृत एवं व्यापक हो चुका है विभिन्न विद्वानों ने शैक्षिक तकनीकी के क्षेत्र की विभिन्न प्रकार से व्याख्या की है डैरक रौणट्रा Derek Rowntra 1973 ने शैक्षिक तकनीकी के निम्नलिखित क्षेत्र बताएं -
1. अधिगम के लक्ष्य तथा उद्देश्य चिन्हित करना 
2. अधिगम वातावरण का नियोजन करना 
3. विषय वस्तु की खोज करना तथा उन्हें संरक्षित करना
4. उपयुक्त शिक्षण व्यूह रचना तथा अधिगम संचार Learning Media का चयन करना 
5. अधिगम व्यवस्था की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करना 
6. भविष्य में प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए मूल्यांकन के आधार पर वंचित सूझबूझ प्राप्त करना
एक अन्य विद्वान के अनुसार शैक्षिक तकनीकी वैज्ञानिक स्तर पर सामान्य शैक्षिक प्रशासन सामान्य शैक्षिक परीक्षण तथा शैक्षिक अनुदेशन प्रक्रियाओं से संबंधित है 



डेविस शैक्षिक तकनीकी के क्षेत्र में शिक्षा और प्रशिक्षण की समस्त प्रक्रियाओं के अध्ययन और विभिन्न अधिगम स्रोतों को महत्वपूर्ण मानते हैं ।
डॉ भार्गव के अनुसार इसे प्रमुख रूप से पांच भागों में बांटा जा सकता है -
1. शिक्षण प्रक्रिया तथा शिक्षण कार्य 
2. शिक्षण व्यूह रचनाएं तथा प्रतिमान एवं शिक्षण सिद्धांत
3. शिक्षण अधिगम व्यवस्था 
4. क्रियात्मक अनुसंधान 
5. पाठ योजनाएं
लैम्सडेन , बी सी मैथिस एवं जे डी फिन तथा डिसेको आदि ने शैक्षिक तकनीकी के क्षेत्र को निम्न दो भागों में बांटा है
 -
1. कठोर शिल्प शैक्षिक तकनीकी
2. मृदुल शिल्प शैक्षिक तकनीकी
तक्शी साकामोटो Takshi Sakamoto ने सन 1971 में अपने एक शोध प्रपत्र में शैक्षिक तकनीकी के क्षेत्र को निम्न प्रकार से प्रदर्शित किया
शैक्षिक तकनीकी I (a) 
श्रव्य दृश्य उपकरणों तथा शिक्षण सामग्री का प्रयोग तथा विनियोग करने वाली शाखा को शैक्षिक तकनीकी I (a) कहा जाता है
शैक्षिक तकनीकी I (b)
यह शैक्षिक तकनीकी I (b) शैक्षिक व्यवस्था के विनियोग सूचनाओं की पुनर्प्राप्ति तथा शैक्षिक सामग्री की पुनर्प्राप्ति से संबंधित होती है
शैक्षिक तकनीकी II
इसमें शैक्षिक तथा शिक्षण सामग्री के द्वारा शैक्षिक लक्ष्यों को प्राप्त किया जाता है इसमें अभिक्रमित अध्ययन Programmed Learning Material आदि का प्रयोग किया जाता है
शैक्षिक तकनीकी III
इसमें मानव अभियांत्रिकी Human Engineering का उपयोग किया जाता है डेस्क श्यामपट्ट भवन टेप रिकॉर्डर टेलीविजन आदि के विकास का प्रभाव शैक्षिक व्यवहार पर देखा जाता है |


शैक्षिक तकनीकी का महत्व
Importance of Educational Technology
वर्तमान शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में शैक्षिक तकनीकी महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन कर रही है शैक्षिक तकनीकी के महत्व को हम निम्नलिखित बिंदुओं द्वारा स्पष्ट कर सकते हैं -
1. शैक्षिक तकनीकी शिक्षण के उद्देश्यों को निर्धारित करने में सहायता प्रदान करती है 
2. इसके द्वारा शिक्षण के उद्देश्यों को व्यवहारिक रूप में लिखा जाना संभव होता है 
3. शैक्षिक तकनीकी शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को अधिक वैज्ञानिक बनाती है 
4. यह शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को अधिक प्रेरक तथा रोचक बनाती है 
5. इसके द्वारा प्रत्येक छात्र को उसकी योग्यता क्षमता तथा व्यक्तिगत गति एवं रूचि के अनुसार सीखने के अवसर प्राप्त होते हैं 
6. शैक्षिक तकनीकी ज्ञान का संचय प्रसार तथा विकास करती है 
7. यह शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को वास्तविक तथा प्रभावशाली बनाती है 
8. शैक्षिक तकनीकी छात्रों को स्वतंत्र अध्ययन हेतु अधिकतम अवसर सुलभ प्रदान करती है 
9. इसके द्वारा शैक्षिक प्रबंधन की उन्नत विधियों तथा अपराधियों का उचित ढंग से प्रयोग संभव होता है 
10. शैक्षिक तकनीकी शिक्षकों एवं छात्रों की व्यक्तिगत आवश्यकताओं की पूर्ति करती है 
11. शैक्षिक तकनीकी द्वारा निर्धारित शिक्षण उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए समुचित व्यूह रचनाओं का चयन एवं प्रयोग संभव होता है 
12. शैक्षिक तकनीकी के द्वारा विशिष्ट दक्षता एवं गो स्लो की प्राप्ति संभव होती है 
13. इसके द्वारा अधिकतम छात्रों को सूचना संप्रेषित की जा सकती है ।
14. निर्धारित उद्देश्यों की प्राप्ति सीमा शैक्षिक मूल्यांकन द्वारा जानी जा सकती है 
15. शैक्षिक तकनीकी द्वारा पुनर्बलन की उचित प्रावधानों का चयन किया जाता है 
16. शैक्षिक तकनीकी द्वारा कम समय में अधिक ज्ञान देना संभव हो सका है 
17. पाठ्य वस्तु का विश्लेषण कर यह उनके तत्वों को क्रमबद्ध रूप प्रदान करती है 
18. यह शैक्षिक अनुसंधान में सहायता प्रदान करती है 
19. इसके माध्यम से कक्षा व्यवहार संबंधी आवश्यकताओं को पहचाना जा सकता है 
20. शैक्षिक तकनीकी के द्वारा श्रव्य दृश्य साधनों का विकास किया गया है जो शिक्षा के प्रभावशीलता बढ़ाते हैं 
21. यह पाठ्यक्रम के विकास में सहायता प्रदान करती हैं
इसके अतिरिक्त भी शैक्षिक तकनीकी अनेक महत्वपूर्ण भूमिकाओं का निर्वाह करती है समग्र रूप से शैक्षिक तकनीकी शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को प्रभावशाली बनाने का महत्वपूर्ण कार्य करती है ।

शैक्षिक तकनीकी की विशेषताएं
Characteristics of Educational Technology
शैक्षिक तकनीकी की निम्नलिखित विशेषताएं हैं -
1. शैक्षिक तकनीकी का उद्देश्य शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में विकास करना है
2. इसका आधार विज्ञान एवं अभियंत्रण विज्ञान है
3. शैक्षिक तकनीकी शिक्षा की समस्याओं के लिए आवश्यक तकनीकी परामर्श एवं हल प्रस्तुत करती है
4. यह शिक्षण संप्रेषण की एक प्रभावशाली कला है अधिगम स्रोतों और शिक्षार्थियों के मध्य चलने वाले इस संप्रेषण में शैक्षिक तकनीकी बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है
5. शैक्षिक तकनीकी को शिक्षण साधनों के साथ नहीं मिलाया जा सकता यह उसका एक भाग है
6. यह शिक्षा शास्त्र का ही एक अंग है स्वतंत्र विषय नहीं
7. यह विभिन्न विज्ञानों जैसे मनोविज्ञान सामाजिक विज्ञान अभियांत्रिकी विज्ञान से सहायता लेती है
8. इसमें शिक्षण के व्यवहारिक पक्ष पर बल दिया जाता है
9. शैक्षिक तकनीकी की सहायता से शिक्षण रुचिकर सुगम सजीव बोद्धगम्य में वस्तुनिष्ठ वैज्ञानिक बनता है
10. शैक्षिक तकनीकी के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में सूक्ष्म शिक्षण अभिक्रमित अनुदेशन अंतः क्रिया विश्लेषण वीडियो टेप टेप रिकॉर्डर प्रोजेक्टर कंप्यूटर फिल्म आदि नवीन अवधारणाओं का जन्म हुआ है
11. शैक्षिक तकनीकी सीखने की ऐसी प्राविधियों के विकास पर बल देती है जिनके द्वारा शिक्षण के उद्देश्य आसानी से प्राप्त हो सके
12. यह प्रणाली व्यवस्था System Approach पर भी बल देती है
13. इसका क्षेत्र व्यापक है इसमें अनुदेशन तकनीकी शिक्षण तकनीकी व्यवहार तकनीकी प्रणाली उपागम इत्यादि शामिल है
14. शिक्षण तकनीकी के प्रयोग से ज्ञान भाव एवं क्रिया तीनों प्रकार के उद्देश्यों की प्राप्ति की जा सकती है
15. शिक्षण तकनीकी में स्मृति स्तर से चिंतन स्तर तक के शिक्षण की व्यवस्था की जाती है
16. इसका संबंध अदा प्रक्रिया एवं प्रदा Input Process and Output तीनों पक्षों से होता है
17. इसमें शिक्षक व शिक्षार्थी दोनों ही सक्रिय रहकर कार्य करते हैं
18. इसमें शिक्षण सिद्धांतों के प्रतिपादन का प्रयास किया जाता है
19. इसके अध्ययन से शिक्षक अपने शिक्षण में विकास कर सकते हैं और उसे प्रभावशाली बना सकते हैं l

शैक्षिक तकनीकी शिक्षक के सहायक के रूप में
Educational Technology, As an Assistant of Teacher
वर्तमान में शैक्षिक तकनीकी का प्रभाव शिक्षण अधिगम प्रक्रिया पर सर्वविदित हो चुका है शिक्षण अधिगम प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण कारक शिक्षक होता है इसलिए एक सफल शिक्षक के लिए शैक्षिक तकनीकी का ज्ञान आवश्यक है कक्षा में सफल शिक्षक के लिए शैक्षिक तकनीकी निम्नलिखित प्रकार से सहायक सिद्ध हो सकती है
1. शैक्षिक तकनीकी शिक्षण को वैज्ञानिक आधार प्रदान करती है
2. शिक्षा की संरचना एवं उसकी प्रकृति समझने में यह सहायता करती है
3. शैक्षिक तकनीकी द्वारा प्रतिपादित विषयों से शैक्षिक व्यवस्थाओं की समस्याओं का समाधान करने में सहायता मिलती है जैसे प्रणाली विश्लेषण
4. शिक्षण एवं अधिगम के समय व्यक्तिगत विभिन्नताओ की  समस्याओं का समाधान करने में शैक्षिक तकनीकी के अंतर्गत नई नई विधियां बहुत सहायक है
5. शैक्षिक तकनीकी द्वारा शिक्षक छात्रों में अपेक्षित व्यवहार परिवर्तन लाने में सक्षम होते हैं
6. शैक्षिक तकनीकी के द्वारा शिक्षक नए नए अनुसंधान कर नए-नए सिद्धांतों का निर्माण कर शिक्षण अधिगम प्रक्रिया की समस्याओं को दूर कर इसे प्रभावशाली बना सकता है
7. शैक्षिक तकनीकी शिक्षक को रेडियो टीवी टेप रिकॉर्डर आदि मशीनों का प्रयोग शिक्षा के क्षेत्र में करने के अवसर सुलभ कराती है जिससे दूर दूर तक बैठे छात्र लाभ उठा सकते हैं
8. शैक्षिक तकनीकी द्वारा शिक्षण प्रक्रिया सरल हो जाती है
9. इसकी सहायता से शिक्षण में गुणात्मक उन्नति संभव है
10. शैक्षिक तकनीकी के माध्यम से शिक्षक अधिक से अधिक छात्रों के शिक्षण की व्यवस्था कर सकता है जैसे अभिक्रमित अध्ययन पत्राचार द्वारा अध्ययन दूरस्थ शिक्षा आदि
11. शैक्षिक तकनीकी द्वारा शिक्षक तीनों स्तर स्मृति बोध चिंतन के शिक्षण का प्रयोग कर छात्रों में मौलिकता के साथ आगे बढ़ते हुए सृजनात्मकता का विकास कर सकता है
12. शैक्षिक तकनीकी की सहायता से शिक्षक अपने समय की बचत कर सकता है
13. शैक्षिक तकनीकी के प्रयोग से शिक्षक अपने शिक्षण को प्रभावी बना सकता है
14. इसकी सहायता से शिक्षक अपनी कार्य कुशलता में वृद्धि करता है
15. शैक्षिक तकनीकी के माध्यम से शिक्षक को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्राप्त होता है
16. शैक्षिक तकनीकी के द्वारा शिक्षक यह जानने में सक्षम होता है कि शैक्षिक उद्देश्यों की प्राप्ति किस सीमा तक हुई
17. शैक्षिक तकनीकी शिक्षक को उचित अभिप्रेरणा की प्रवृत्तियों के चयन में सहायता प्रदान करती है
18. शैक्षिक तकनीकी शिक्षक को शिक्षण अधिगम प्रक्रिया के उचित नियोजन में सहायता प्रदान करती है
19. इसके ज्ञान द्वारा शिक्षक अपने ज्ञान को संगठित कर क्रमबद्ध तरीके से प्रस्तुत करने में सक्षम बनता है
20. शिक्षा के उद्देश्यों का निर्धारण करने एवं उन्हें व्यवहारिक रूप में लिखने में यह शिक्षक की सहायता करती है |

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