Sunday, July 24, 2022

शिक्षा के प्रमुख लक्ष्य और उद्देश्य Major Aims and Objectives of Education

शिक्षा के प्रमुख लक्ष्य और उद्देश्य (MAJOR AIMS AND OBJECTIVES OF EDUCATION) 

हैविगर्स्ट और न्यूगार्टन (Havighurst and Neugarten) ने शिक्षा प्रणाली के दो महत्वपूर्ण कार्य दिए हैं: 

1. एक दर्पण जो समाज को वैसा ही दर्शाता है, जैसा वह है या समाज का स्थिरीकरण करने वाला है। 

2. सामाजिक परिवर्तन का एक अभिकर्ता या समाज के विचारों को लागू करने की दिशा में निर्देशित बल है। 

प्रमुख समाजशास्त्री जॉर्ज पायने (George Payne) ने शिक्षा के तीन मुख्य कार्यों का वर्णन किया है: 

1. परंपराओं को आत्मसात करना 
2. नए सामाजिक प्रतिमानों का विकास 
3. रचनात्मक और तर्कसाध्य भूमिका 

एमिल दुर्खीम (Emile Durkheim) ने समाज के प्रमुख कार्यों के रूप में समाज के मानदंडों और मूल्यों के संचरण पर विचारों की स्थापना की। उन्होंने शिक्षा को विशिष्ट भूमिकाओं के लिए एक प्रशिक्षण के रूप में भी स्वीकार किया, जिसमें आजीविका के लिए कुछ व्यवसाय अपनाना भी सम्मिलित है। सांस्कृतिक संचरण (cultural transmission) और संवर्धन (enrichment), स्वीकृति और सुधार, परिवर्तन और पुनर्निर्माण के कार्य को करने के लिए शिक्षा की आवश्यकता है। युवा पीढ़ी समाज के पारंपरिक तरीकों को क्यों सीखती है, इस प्रक्रिया को संस्कृति कहा जाता है, और यह समाज से समाज में भिन्न होता है। शिक्षा के माध्यम से, संस्कृति को औपचारिक रूप दिया जाता है। 

संस्कृतिकरण (acculturation) : 

यह वह प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से एक व्यक्ति या समूह एक संस्कृति से दूसरे की प्रथाओं और मूल्यों को अपनाने के लिए आता है, और अपनी विशिष्ट संस्कृति को बनाए रखता है। यह अवधारणा तीव्रता से बढ़ते हुए वैश्वीकृत (globalized) समाज में महत्वपूर्ण बन चुकी है।

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