अमेरिका में माध्यमिक शिक्षा Secondary Education in America
अमेरिका में माध्यमिक शिक्षा Secondary Education in America का विकास एवं विभिन्न संस्थाएँ अमेरिका में माध्यमिक शिक्षा Secondary Education in America का विकास; अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा के निर्णय तथा औद्योगिक क्रान्ति के परिणामस्वरूप हुआ। अमेरिका में प्राथमिक शिक्षा प्राप्ति के पश्चात् बालकों को व्यवसाय सम्बन्धी समस्या का सामना करना पड़ता था। सरकार द्वारा प्रत्येक व्यक्ति को कार्य देना भी कठिन था। अत: जनसाधारण ने अपने बालकों को उच्च शिक्षा देने का निश्चय किया। जनसाधारण के सार्वजनिक प्रयत्नों के परिणामस्वरूप ही अमेरिका में माध्यमिक शिक्षा Secondary Education in America का विकास हुआ। इसके अतिरिक्त सरकारी विचारधारा के अनुसार अल्पायु बालकों से श्रम कराना निषिद्ध माना गया तथा उनके वयस्क होने तक की शिक्षा की व्यवस्था की जानी आवश्यक समझी गई। इस धारणा के फलस्वरूप अमेरिका में माध्यमिक शिक्षा की व्यवस्था करना आवश्यक समझा गया।
अमेरिका के समस्त राज्यों में हाईस्कूल तक अनिवार्य शिक्षा की व्यवस्था की गई है क्योंकि वहाँ हाईस्कूल तक की शिक्षा, प्रत्येक बालक के लिए अनिवार्य मानी जाती है।
अमेरिका की माध्यमिक शिक्षा Secondary Education और इस स्तर से सम्बन्धित विभिन्न शैक्षिक संस्थाओं के विकास का संक्षिप्त परिचय निम्नवत् है -
1.लैटिन ग्रामर स्कूल Latin Grammar School
माध्यमिक शिक्षा Secondary Education का प्रारम्भ अमेरिका में लैटिन ग्रामर स्कूलों से माना जाता है। इंग्लैण्ड का अनुकरण करके ही अमेरिका में लैटिन ग्रामर स्कूलों की स्थापना की गई थी। लैटिन तथा ग्रामर का अध्ययन मुख्य रूप से होने के कारण, इन स्कूलों को ‘लैटिन ग्रामर स्कूल' कहा जाता है। 1745 ई० में इन विद्यालयों में लैटिन तथा ग्रामर के साथ ही, अंकगणित विषय को भी सम्मिलित किया गया। अमेरिका में 17वीं शताब्दी में यह व्यवस्था की गई कि 100 परिवार वाले समस्त कस्बों में एक-एक लैटिन ग्रामर स्कूल स्थापित किया जाए।
2. एकाडेमी स्कूल Academy School
एकाडेमी स्कूलों को ही शिक्षा अकादमी' भी कहा जाता है। बेन्जामिन फ्रैंकलिन को इसका जन्मदाता माना जाता है। सन् 1751 में अमेरिका के फिलाडेल्फिया नगर में 'फ्रैंकलिन एकाडेमी' स्कूलों की स्थापना की गई। इन स्कूलों में विभिन्न विषयों; यथा-अंग्रेजी, गणित, लैटिन एवं अन्य विषयों की शिक्षा की व्यवस्था की गई। 19वीं शताब्दी के अन्त तक अमेरिका में इन विद्यालयों का काफी प्रभाव रहा।
3. सार्वजनिक हाईस्कूल Public HighSchool
एकाडेमी विद्यालयों द्वारा समाज की आवश्यकताओं की पूर्ति न कर पाने के कारण ही अमेरिका में नवीन माध्यमिक विद्यालयों की मांग की गई। इस माँग के परिणामस्वरूप ही अमेरिका में नवीन प्रकार के माध्यमिक विद्यालय स्थापित किए गए। अमेरिका के बोस्टन नगर में सन् 1821 में एक कानून पारित किया गया। इस कानून को 'मैसाचुसेट्स लॉ' कहा जाता है। इस कानून के द्वारा यह व्यवस्था की गई कि प्रत्येक 500 की आबादी वाली कस्बे में एक हाईस्कूल स्थापित किया जाए। 19वीं शताब्दी के मध्य तक माध्यमिक शिक्षा Secondary Education की मुख्य संस्था एकाडेमी ही थी। हाईस्कूलों की स्थापना करने हेतु जनता पर नवीन कर लगाए गए इसीलिए इन विद्यालयों का विरोध किया गया। अमेरिका के पश्चिमी तट पर ये विद्यालय प्रचलित हुए, लेकिन दक्षिणी भाग में अपेक्षित हाईस्कूलों की स्थापना नहीं हो सकी। अमेरिका में हाईस्कूलों की स्थापना में वैधानिक कठिनाई के साथ ही इस स्कूल सम्बन्धी अधिनियम को लेकर अनेक मुकदमे भी चले।
19वीं शताब्दी के अन्त में लैटिन ग्रामर स्कूलों तथा एकाडेमी विद्यालयों के सम्मिलित पाठ्यक्रम एवं व्यवस्था पर आधारित रूपरेखाओं को नवीन विकसित हाईस्कूलों में क्रियान्वित किया गया। सन् 1892 में निर्मित एक कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर विद्यालयों में 18 वर्ष तक की शिक्षा को अनिवार्य एवं सुविधापूर्ण बनाया गया। 20वीं शताब्दी के प्रारम्भिक चरण में ही माध्यमिक स्कूलों को, छात्रों के बौद्धिक विकास का साधन तथा उत्तम नागरिकों का निर्माण करने वाला माना जाने लगा। जनसाधारण में इस मान्यता का प्रचार किया गया कि नवीन विद्यालयों का उद्देश्य; बालक का चारित्रिक एवं शारीरिक विकास, अवकाश के समय का सदुपयोग, नागरिकता की शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण आदि है। इस मान्यता के प्रचार के फलस्वरूप इन विद्यालयों में छात्रों की संख्या में आशातीत वृद्धि हुई। 19वीं शताब्दी में 14 से 17 वर्ष तक की आयुवर्ग के 4.8% बालक; इन नवीन विद्यालयों में शिक्षा प्राप्त कर रहे थे।
4 कॉम्प्रिहेन्सिव हाईस्कूल Comprehensive HighSchool
अमेरिका में कॉम्प्रिहेन्सिव हाईस्कूलों में माध्यमिक शिक्षा Secondary Education निःशुल्क प्रदान की जाती है। इन विद्यालयों में अनेक विषयों की शिक्षा प्रदान की जाती है तथा पाठ्यक्रम विविधतापूर्ण होता है। कॉम्प्रिहेन्सिव विद्यालय; अमेरिका में आर्थिक एवं सामाजिक वर्ग-भेद को समाप्त करने में लाभकारी सिद्ध हुए हैं। अमेरिका में केवल 10% छात्र ही निजी विद्यालयों में जाते हैं तथा शेष छात्र माध्यमिक विद्यालयों में नि:शुल्क शिक्षा ग्रहण करते हैं।
अमेरिका में माध्यमिक शिक्षा Secondary Education in America के प्रमुख उद्देश्य
अमेरिका में विभिन्न विद्वानों ने माध्यमिक शिक्षा Secondary Education के पृथक्-पृथक् उद्देश्य निर्धारित किए हैं। अमेरिका में सन् 1912 में माध्यमिक शिक्षा Secondary Education पुनर्व्यवस्था आयोग की स्थापना की गई। इस आयोग का प्रमुख कार्य अमेरिका हेतु माध्यमिक शिक्षा Secondary Education के सिद्धान्तों का प्रतिपादन करना था। इस कमेटी द्वारा 6 वर्ष तक अध्ययन एवं निरीक्षण किया गया तथा 1918 ई० में अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस कमेटी द्वारा प्रतिपादित माध्यमिक शिक्षा Secondary Education के उद्देश्य निम्नलिखित हैं -
(1) बालकों का चारित्रिक विकास करना।
(2) नागरिक शिक्षा प्रदान करना।
(3) बालक की मूलभूत प्रवृत्तियों पर प्रतिबन्ध रखना।
(4) पाठ्यक्रम में स्वास्थ्य शिक्षा का समावेश करना।
(5) व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करना।
(6) परिवार हेतु योग्य सदस्यों का निर्माण करना तथा
(7) बालक को अवकाश के समय का सदुपयोग करना सिखाना।
सन् 1933 में माध्यमिक शिक्षा Secondary Education का पुनर्गठन करने हेतु 'सामाजिक एवं आर्थिक लक्ष्य निर्धारण समिति' बनाई गई। इस समिति ने माध्यमिक शिक्षा Secondary Education के निम्नलिखित उद्देश्य बताए
(1) स्वतन्त्रता का लक्ष्य।
(2) वंश परम्परागत शक्ति का विकास करना।
(3) उचित व्यवसाय का चयन करना।
(4) विकासोन्मुख संस्कृति में सहयोग प्रदान करना।
(5) व्यवहार-समानता का ज्ञान देना।
(6) स्फूर्तिपूर्ण तथा लोचयुक्त व्यक्तित्व का विकास करना।
(7) बालकों को मानसिक सुरक्षा प्रदान करना।
(8) स्वतन्त्रता का लक्ष्य।
(9) आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना तथा
(10) बालकों को अवसर की समानता प्रदान करना।
माध्यमिक शिक्षा Secondary Education के उपर्युक्त उद्देश्यों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि अमेरिका के समस्त राज्यों तथा समुदायों में निम्नलिखित उद्देश्य समान रूप से दृष्टिगोचर होते हैं -
(1) बालकों को भाषा, गणित, मानवशास्त्र, ललित-कलाओं, गृह-निर्माण आदि का आधारभूत ज्ञान प्रदान करना।
(2) चारित्रिक, नैतिक एवं आध्यात्मिक मूल्यों का विकास करना।
(3) उत्तम नागरिकों का निर्माण करना।
(4) छात्रों में राष्ट्रीयता एवं विश्व-प्रेम के ज्ञान के आधार पर लोकतन्त्र में निष्ठा एवं विश्वास उत्पन्न करना।
(5) बालकों में योग्यताओं को खोजकर उनका अधिकाधिक विकास करना।
(6) अवकाश के समय का सदुपयोग करने की योग्यता एवं क्षमता का विकास करना।
(7) बौद्धिक व शारीरिक विकास करना तथा
(8) छात्रों में तर्क-शक्ति का विकास करके उनका मार्गदर्शन करना।
अमेरिका में माध्यमिक शिक्षा Secondary Education in America के प्रमुख कार्य
(1) बालकों की सम्भावित भावी आवश्यकताओं की पूर्ति करना।
(2) परम्परागत, सांस्कृतिक तथा समकालिक सामाजिक कर्त्तव्यों का ज्ञान प्रदान करना।
(3) छात्रों में विशेष योग्यताओं के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना।
(4) पूर्व-ज्ञान से सम्बन्धित नवीन ज्ञान की व्यवस्था करना।
(5) मानवीय कार्यों के प्रति रुचि उत्पन्न करना।
(6) प्रगतिशील शिक्षण विधियों, स्वतन्त्र चिन्तन एवं अनुसन्धानपूर्ण सिद्धान्तों का उपयोग करना सीखना।
(7) बालक के ज्ञान में वृद्धि करना।
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