प्रकाश एक विद्युत-चुंबकीय तरंग है जिसका तरंगदैर्घ्य सामान्यतः 400 nm से 700 nm तक कहा जाता है। परंतु, विद्युत-चुंबकीय तरंगें इस तरंगदैर्घ्य सीमा के बाहर भी होती हैं। किसी स्रोत द्वारा उत्सर्जित विद्युत-चुंबकीय तरंगों को 'विकिरण' कहते हैं। दृश्य प्रकाश भी विकिरण है। प्रकाश के अनेक स्रोत दृश्य प्रकाश के अलावा 700 nm से अधिक तरंगदैर्घ्य का विकिरण भी उत्सर्जित करते हैं जिसे अवरक्त (infrared) विकिरण कहा जाता है। इसी प्रकार कई स्रोत 400 nm से कम तरंगदैर्घ्य का विकिरण भी उत्सर्जित करते हैं जिसे पराबैंगनी (ultraviolet, UV) विकिरण कहा जाता है।
एक स्रोत द्वारा प्रतिइकाई समय में उत्सर्जित कुल विकिरण (radiation) ऊर्जा को उस स्रोत का रेडियेट फ्लक्स कहते हैं। इसका SI यूनिट जूल प्रतिसेकंड अर्थात वाट है। जब आप किसी बल्व या CFL या अन्य किसी स्रोत से प्रकाश उत्पन्न करते हैं तो वह प्रकाश अनेक तरंगदैर्यों में बँटा होता है। इनमें दृश्य प्रकाश के अलावा पराबैंगनी (ultraviolet) तथा अवरक्त (infrared) तरंगदैर्घ्य भी शामिल हो सकते हैं। फिलामेंट बल्व के सामने हाथ रखने पर हमें गर्मी का एहसास होता है। यह मुख्यतः बल्व द्वारा उत्सर्जित अवरक्त विकिरण के कारण होता है। संपूर्ण विकिरित फ्लक्स निकालने के लिए हमें सभी तरंगदैर्यों में उत्सर्जित कुल ऊर्जा की गणना करनी होगी।
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