Tuesday, May 18, 2021

सकल प्रसन्नता सूचकांक क्या है What is Gross Happiness Index | Indian Economy

आर्थिक विकास को प्रायः भौतिकवादी संवर्द्धन और आर्थिक मापदंडों के आधार पर विचार किया गया और मापा गया है। 'सकल राष्ट्रीय प्रसन्नता' (Gross National Happiness: GNH) शब्द का प्रतिपादन सबसे पहले चौथे भूटान नरेश किंग जिग्मे सिंग्ये वांगचुक ने 1972 में किया था। इस अवधारणा का तात्पर्य यह है कि सतत विकास को प्रगति की धारणाओं के प्रति एक समग्र दृष्टिकोण रखना चाहिए तथा लोगों की भलाई के लिए गैर-आर्थिक पहलुओं को भी समान महत्व दिया जाना चाहिए।

जीएनपी सूचकांक में जीवन स्तर, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं संस्कृति के न्यून पारंपरिक पहलुओं तथा मनोवैज्ञानिक भलाई जैसे सामाजिक-आर्थिक पहलुओं को शामिल किया जाता है। यह जनसंख्या के कल्याण का एक व्यापक प्रतिबिंब होता है। 

भूटान ने 'प्रसन्नता' के चार स्तंभ बताए हैं- टिकाऊ विकास, सांस्कृतिक मूल्यों का संरक्षण और उन्हें प्रोत्साहन, प्राकृतिक पर्यावरण को संरक्षण और सुशासन की स्थापना। 

जीएनएच आधिकारिक रूप से भूटान की पंचवर्षीय योजना प्रक्रिया का हिस्सा है, जो देश के आर्थिक विकास का मार्गदर्शन करती है। उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 28 जून, 2012 को एक प्रस्ताव पारित कर 20 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस (International Happiness Day) मनाने का फैसला किया। महासभा ने प्रसन्नता हासिल करने के प्रयासों को मौलिक मानवीय लक्ष्य बताया। इसके प्रस्ताव में कहा गया, "सतत विकास, गरीबी निवारण, खुशी और लोगों की खुशहाली को बढ़ावा देने वाले आर्थिक विकास पर अधिक समावेशी, समतामूलक और संतुलित रवैये की जरूरत को स्वीकार करते हुए महासभा 20 मार्च को अंतराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस घोषित करती है।"


No comments:

Post a Comment