जब आप भौतिक विज्ञान जैसे विषयों का अध्ययन करते हैं तो उसमें एक अनुक्रमानुपाती स्थिति का उपयोग होता है । अनुक्रमानुपाती स्थिति वहां उपयोग होती है जहां पर एक वस्तु के मान में बढ़ोतरी होने पर दूसरे वस्तु के मान में भी बढ़ोतरी हो ।
उदाहरण के तौर पर यदि हम A का मान बढ़ाएं तो B का मान भी बढ़ जाए इस स्थिति में हम बोलेंगे कि A, B के अनुक्रमानुपाती है ।
A α B
जहाँ α A तथा B के बीच अनुक्रमानुपाती का चिन्ह है ।
बहुत ही साधारण उदाहरण लेने पर
किसी पार्टी में जितने अधिक लोग होंगे उतना ही अधिक भोजन बनेगा इसलिए हम कह सकते हैं लोगों की संख्या भोजन की मात्रा के अनुक्रमानुपाती है ।
लोगो की संख्या α भोजन की मात्रा
बाइक में जितना अधिक पेट्रोल होगा वह उतनी ही दूरी तय करेगी अर्थात पेट्रोल की मात्रा बाइक द्वारा तय की गई दूरी के अनुक्रमानुपाती होता है ।
बाइक में पेट्रोल α बाइक द्वारा तय की गई दूरी
यदि कूलाम के नियम में आवेशों की मात्रा को बढ़ा दे तो आकर्षण या प्रतिकर्षण का बल का मान बढ़ जाएगा इस प्रकार हम कह सकते हैं कि आकर्षण या प्रतिकर्षण बल का मान आवेशों की मात्रा के अनुक्रमानुपाती होता है ।
आकर्षण या प्रतिकर्षण का बल α आवेशों की मात्रा
यदि गर्मी को बढ़ा दे तो शरीर से निकलने वाले पसीने की मात्रा में भी वृद्धि हो जाती है इस प्रकार हम कह सकते हैं किसी जगह का ताप शरीर से निकलने वाले पसीने के अनुक्रमानुपाती होता है ।
ताप की मात्रा α पसीने की मात्रा
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