Defence Technology/रक्षा प्रौद्योगिकी
विमान
1. अपाचे Helicopter
8 अमेरिका
निर्मित अपाचे A.H -64 E स्टील्थ हमलावर हेलीकाप्टर को भारतीय वायुसेना में
शामिल किया गया है | भारतीय वायुसेना ने 22 अपाचे हेलीकाप्टर के लिए 'the
boing' और अमेरिकी सरकार के साथ एक अनुबंध पर हस्त्ताक्षर किये है | अपाचे
दुनिया में सबसे उन्नत multi-role heavy अटैक हेलीकाप्टर है इसकी आधुनिक
अक्षमताओं में फायर एंड फॉरगेट, टैंक रोधी मिसाइल, हवा से हवा में मार करने
वाली मिसाइल, रैकेट और अन्य गोला-बारूद शामिल है | यह
दिन / रात सभी मौसम में सक्षम है |
2. तेजस
इससे
एयरो नॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी ADM और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड HAL
द्वारा डिज़ाइन किया गया है । यह एक एकल सीटयह एक एक कल सीट एक कल विमान
इंजन एक बहू भूमिका हल्का लड़ाकू विमान है यह अपनी श्रेणी का सबसे छोटा और
सबसे हल्का बहू भूमिका सुपर सोनिक लड़ाकू विमान हैं यहाँ हवा से हवा में
मार करने वाली मिसाइलों बमों और सटीकता निर्देशित गोलाबरुद को ले जा सकता
है । हाहल्के लड़ाकू विमान एल्सी एक कार्यक्रम में इसकी जड़े हैं जो 1980
के दशक में पुराने Mig - 21 लड़ाकू विमानों को बदलने के लिए शुरू हुआ था ।
3. सुखोई M.U - 30 M.K.I.
यहाँयहाँ
जुड़वाँ पंख वाला जुड़वा जेट बहू भूमिका विमान है जो अधिक ऊँचाई पर दो मैच
की गति प्राप्त करने में सक्षम है यह बंदूक मिसाइल दाम रॉकेट और अन्य
हथियार ले जा सकता है हाल ही में पहला स्वदेशी रूप से ओवर हाल किया गया
सुखोई M.U - 30 M.K.I. विमान भारतीय वायु सेना को सौंपा गया है ।
4. राफ़ेल विमान
राफ़ेल
एक चौथी पीढ़ी का विमान है जो दोहरे इंजन बहू भूमिका वाला लड़ाकू विमान
हैं दो साल के अनुसार यह सभी लड़ाकू मशीनों को अंजाम देने में सक्षम हैं
जिसमें हवाई रक्षा अवरोधन ज़मीनी समर्थन गहराई हमले टोही जहाज़ रोधी हमले
और परमाणु अवरोध शामिल हैं जब भी कोई देस भारत पर हमला करता है तो राफ़ेल
गतिरोध अक्षमता प्रदान करता है ये सक्रिय इलेक्ट्रॉनिक रूप से इसके युद्ध
सज्जा ई ई एस ए राडार है जो पायलट को 200 से 400 किलोमीटर दूर देखने में
सक्षम बनाता है यह लंलंबी दूरी की सटीक हमलावर अक्षमता प्रदान करता है और
pilot दुदुश्मन के विमानों का पता लगा सकता है और जानकारी साझा कर सकता है
तथा लक्ष्य को भी नष्ट कर सकता है हथियारों के पैकेज में उल्का पिंड रडार
निर्देशित रसिया सीमा से परे BVR मिसाइल भी शामिल है जिसे 150 किलोमीटर की
सीमा में और लंबी दूरी की हवा से ज़मीन मिसाइलों की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ
माना जाता है राफ़ेल को M आयी सी ए मिसाइलों के साथ भी फ़िट किया जाएगा जो
3 किलोमीटर से अधिक की मारक क्षमता वाली हवा से सतह पर मार करने वाली
सटीकता मिसाइल है राफ़ेल विमान भारत को एक बेहतर परमाणु स्ट्राईक अक्षमता
प्रदान करेगा और सुखोई AMU 30 और मिराज - 2000 की मौजूदा परमाणु स्ट्राईक
अक्षमता को भी बढ़ाएगा ।
चेतावनी प्रणाली
1. नेत्र
यह DRDO द्वारायह DRDO द्वारा विकसित पहली स्वदेश निर्मित हवाई पर आरंभिक चेतावनी एवं नियम प्रणाली के ई डब्ल्यू एंड सी एस है यह लंबी दूरी की निगरानी और टोही अभियानों के लिए हल्के वज़न वाला स्वायत्त UAV है यह रडार प्रणाली एम्ब्रेयर विमानों पर लगायी जाती है जो हवाई क्षेत्र की 240 डिग्री कवरेज प्रदान करती है यह विमान मिसाइल दो जहाज़ों और वाहनों का पता लगाने और उन्हें ट्रैक करने में मदद करता है जिन जिन अन्य देशों ने AEWMCS विकसित किया है वे संसंयुक्त राज्य अमेरिका रूस और इज़राइल हैं
2. स्वाथी
यहाँयहाँ DRDO के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं राडार विकास प्रतिष्ठान द्वारा विकसित एक हथियार का पता लगाने वाला रडार है यह कवरेज के प्रभावी क्षेत्र में मोर्टर गोले और रॉकेट फ़ायरिंग जैसे सभी दुश्मन हथियारों के तेज स्वचालित और सटीक स्थान प्रदान करता है या विभिन्न स्थानों पर विभिन्न हथियारों से दाग़े गए प्रक्षेपकों को एक साथ संभालता है या प्रणाली हमारी अपने तो खाने के हथियार के फ़ायर को भी समायोजित करने में सक्षम हैं
मिसाइल रक्षा
भारत के मिसाइल रक्षा नेटवर्क के दो प्रमुख घटक वायु रक्षा ज़मीन पर्यावरण प्रणाली ADG ई एस और बेसADG ई एस और B एस वायु रक्षाक्षेत्र B ई जेड जेड हैं ADG ई एस नेटवर्क विस्तृत क्षेत्र के रडार कवरेज प्रदान करता है और भारतीय हवाईक्षेत्र में अधिकांश हवाई हमलों का पता लगाने आउट अवरोधन की अनुमति देता है बीएड दी जेड प्रणाली रडार इंटरसेप्ट सताया में हवा में मार करने वाली मिसाइल एस ए M ओ विमान रोधी तो एक AAA इकाइयों के साथ कहीं अधिक केंद्रित है जो महत्वपूर्ण लक्ष्यों पर हमला करने के लिए 1 गहन और अत्यधिकऔर अत्यधिक प्रभावी रक्षात्मक अवरोध प्रदान करती है
1. बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा
बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा कार्यक्रम भारत को बैलिस्टिक मिसाइल हमलों से बचाने के लिए बहुस्तरीय बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली विकसित करने और तैनात करने की एक पहल है पाकिस्तान से बैलिस्टिक मिसाइल ख़तरे की आशंका में इसे पेश किया गया था यह 1 दोस्त रिया प्रणाली है जिसमें दो इंटरसेप्टर मिसाइल लिए अर्थात पृथ्वी वायु रक्षा PHD मिसाईल अधिक ऊँचाई वाले अवरोधन के लिए और उन्नत वायु रक्षा AEED मिसाइल कम ऊँचाई के अवरोधन के लिए शामिल हैं जो स्तरीय ढाल 5, किलोमीटर सौ किलोमीटर की दूरी से आने वाली किसी भी मिसाइल को रोकने में सक्षम होना चाहिए
दिसंबर 2007 में ED के बाद नवंबर 2006 में PHD का परीक्षण किया गया था PHD मिसाइल के परीक्षण के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका रूस और इज़राइल के बाद भारती के एंटी बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली को सफलतापूर्वक विकसित करने वाला चौथा देश बन गया था भारत में एस 3 भी प्रणाली की एक स्क्वाड्रन की ख़रीद करने की सूचना दी है जो की एक एंटी सामरिक बैलिस्टिक मिसाइल स्क्रीन के रूप में उपयोग में हैं
2. क्रूज़ मिसाइल रक्षा
एक एक लंबी दूरी की एंटी एयर और ऐंटि मिसाइल नौसेना रक्षा प्रणाली है जिसे इज़राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज़ आयी ए आयी और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन DRDO द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया जा रहा है भारतीय सेना मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली वायु रक्षा मिसाइल के लिए अपनी आवश्यकता को पूरा करने हेतु बराक 8 मिसाइल के 1 संस्करण को शामिल पर विचारपर विचार कर रही है
इस मिसाइलइस मिसाइल के नौसैनिक संस्करण में आने वाली दुश्मन की क्रूज़ मिसाइलों को रोकने और समुद्र में अपने युद्धपोतों को निशाना बनाने वाली लड़ाकू विमानों को रोकने की अक्षमता है इसे थल सेना के साथ भारतीय वायुसेना में भी शामिल किया जाएगा हाल ही में विकसित भारत की आकाश मिसाइल रक्षा प्रणाली में लड़ाकू विमान क्रूज़ मिसाइलों राहुल हवासिंह सताया पार मिसाइलों जैसे हवाई लक्ष्यों को बेअसर करने की अक्षमता भी हैं बराक ऐट और आकाश मिसाइल रक्षा प्रणाली दोनों संतुलित हमलों के दौरान 1 साथ कई लक्ष्यों को लंलंदन करती हैं
3. S-400 ट्रायम्फ
अक्टूबर 2018 में भारत ने पाँच एस फ़ौरन ब्रांड ट्रायम्फ़ सतह से हवा में मिसाइल रक्षा प्रणाली ख़रीदने के लिए रूस के साथ फ़ाइव पॉइंट फ़ोर3 बिलियन अमेरिकी डॉलर का समझौता किया था यह दुनिया की सबसे उन्नत वायु रक्षा प्रणालियां में एक हैं जो कुछ सौ किलोमीटर के दायरे में एक साथ कई आने वाली वस्तुओं सभी प्रकार के विमानों मिसाइलों और UAV को ट्रैक कर सकती हैं और उन्हें बेहतर करने के लिए उपयुक्त मिसाइल लॉन्च कर सकती है
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