Tuesday, May 19, 2020

भारतीय तोप और मिसाइल - Defence Technlogy

Defence Technology/रक्षा प्रौद्योगिकी 


 


तोपें

1. पिनाक मार्क


यह कई वारहेड fire करने के लिए DRDO द्वारा विकसित एक स्वदेशी मल्टीबैरल on guided rocket लांचर प्रणाली है  | सर्वप्रथम इसका उपयोग 1999 के Kargil संघर्ष में किया गया था इसकी मारक अक्षमता 40 kilometre है | इसे बाद में एक कम दूरी की सटीक निर्देशित missile में बदला gaya था और इस प्रकार इसका नाम बदल कर निर्देशित पिनाक मार्क-2 कर दिया गया था |  इसमें उच्च सटीकता हैं और 70-80 किलोमीटर की सीमा के साथ नैविगेशन मार्गदर्शन और नियंत्रण प्रणाली से सुसज्जित है | वर्तमान में इस missile का परीक्षण किया जा रहा है और दो वर्षों में सेना को दिए जाने की उम्मीद है

2. K9 वज़्र - T बंदूक

यह south korea दवारा निर्मित एक तोप है | भारत ने इन तोपों की खरीद की है और यह 1980 के दशक में आयतित swidish boforce तोपों के बाद से भारी तोपों का पहला आधिष्ठापन होगा | यह 40 किलोमीटर की अधिकतम मारक अक्षमता के साथ 155 M.M, 52 Caliber की स्वचालित (automatic) तोप है, जिसे K9 thander बन्दुक से अनुकूलित किया गया है | रेगिस्तानी परिस्थितियों के लिए फायर नियंत्रण प्रणाली को भी अनुकूलित किया गया है |

3. धनुष तोपखाना बंदूक

यह स्वदेशीयह स्वदेशी रूप से विकसित बंदूक है और भारत द्वारा ख़रीदी गई स्वीडिश बोफोर्स बंदूक का उन्नत संस्करण है | यह 36 किलोमीटर की मारक क्षमता के साथ 155 M.M  आयुध-संभार प्रणाली है | यह सभी यह सभी नाटों 155 M.M आयुध-सांभर प्रणाली के साथ संगत है 


मिसाइल

1. अस्त्र मिसाइल

यह विभिन्न सीमाओं आउट ऊँचाइयों के लक्ष्यों को पूरा करने में सक्षम है | यहाँ 70 किलोमीटर से अधिक कि मारक क्षमता वाली दृश्य से सीमा से परे हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल हैं | हिंदुस्तान  ऐरोनॉटिक्स
 लिमिटेड (hindustan aeronautics limited)  द्वारा अस्त्र मिसाइलों को समायोजित करने के लिए सुखोई-30 M.K.I विमान में संशोधन किया गया है | इसका AMU-30 विमान से सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था |
इसमें एक लॉन्चर और  एक मिसाइल शामिल हैं| और इसे BVR मिसाईल के रूप में 110 किलोमीटर की लंबि मारक क्षमता और बीस किलोमीटर की छोटी मारक क्षमता के साथ डिज़ाइन किया गया | हवा से हवा में मार करने वाली अस्त्र मिसाइल कहा उपयोगकर्ता परीक्षणों के हिस्से के रूप में S.U-30  M.K.I से सफलतापूर्वक हवाई परीक्षण किया गया है | यह DRDO द्वारा स्वदेशी रूप से डिज़ाइन और विकसित  दृश्य से सीमा से परे हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल BV.R.A.A.M थी

2. सतह से हवा में मार करने वाली त्वरित प्रतिक्रिया मिसाइल


3. पिनाक मिसाइल


हाल ही में उड़ीसा तट से दूर चाँदीपुर में एकीकृत परीक्षण रेंज से DRDO द्वारा विकसित तैनात मिसाइल प्रणाली का सफलतापूर्वक हमारी परीक्षण किया गया है | यह एक तोपखाना मिसाइल प्रणाली है जो उच्च सटीकता के साथ 75 किलोमीटर की सीमा तक दुश्मन के इलाक़े में हमला करने में सक्षम हैं | पिनाक M.K-2 रॉकेट  को नैविगेशन, नियंत्रण और मार्गदर्शन प्रणाली के साथ एकीकृत करके मिसाईल के रूप में संशोधित किया गया है इस मिसाइल की नेविगेशन प्रणाली भी भारतीय क्षेत्रीय नेविगेशन उपग्रह प्रणाली I.R.N.S.S द्वारा सहायता प्राप्त है

4. पृथ्वी २


पृथ्वी-2 एक स्वदेशी रूप से विकसित सतह से सतह पर मार करने वाली परमाणु क्षमता वाली मिसाइल है यह 350 किलोमीटर की कम दूरी के साथ ही एकल चरण तरल ईंधन जुड़वाँ इंजन मिसाईल हैं  | यह 500 से 1000  किलोग्राम के वारहेड् ले जाने में सक्षम हैं | पृथ्वी-3 एक कम दूरी की सड़क के माध्यम से गतिशील बैलिस्टिक मिसाइल हैं, और इसका मॉडल पृथ्वी-1, पृथ्वी-2 का उन्नत संस्करण है क्यों कि इसमें एक दो चरणीय ठोस प्रणोदक मोटर कार्यरत हैं

5. ब्रह्ममोस


यह एक मध्यम दूरी की सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल है जिसे पनडुब्बियों जहाज़ विमान या भूमि से लॉन्च किया जा सकता है । इस मिसाइल को भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन DRDO और रूस की N.P.O.M द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है | ब्रह्मोस नाम को 2 नदियों ब्रहृमपुत्र और मोस्कवा के संयोजन के रूप में लिया गया है । यह दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल हैं | मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण क्षेत्र M.T.C.R के दायित्वों के अनुसार इसकी प्रारंभिकमारक क्षमता 290 किलोमीटर है MTCR में भारत के प्रवेश करने के बाद से इसकी सीमा को 450 किलोमीटर तक बढ़ाया गया है और छः सौ किलोमीटर तक बढ़ाने की योजना है यह दिन या रात और सभी मौसम की परिस्थितियों में यथार्थ सतर्कता के साथ बड़ी गतिरोध सीमाओं से हमला करने की एक बहु वांछित क्षमता प्रदान करती है |

6. प्रलय


यह एक नई विकसित सतह से सतह पर मार करने वाली सामरिक मिसाइल है |  यह पृथ्वी रक्षा वाहन P.D.V बाहय-वायुमंडलीय interceptor का व्युत्पन हैं | जो  अधिक ऊँचाई पर दुश्मन के हथियारों को नष्ट कर सकता है | इसमें 1 टन का पेलोड हैं | और यह 350 kilometre दूरी के लक्ष्य पर प्रहार करने की क्षमता रखता है | यदि पेलोड को  आधा कर दिया जाए तो यह 500 kilometre तक yatra कर सकता है यह ठोस ईंधन rocket द्वारा संचालित है | यह अपने वर्ग में पारंपरिक मिसाइलों की तुलना में अधिक तेज़ी से उड़ान भर सकती है , और बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली से बच सकती है | इसे स्वयं के कनस्तर आधारित परिवहन निर्माता LUNCHER से  launch किया जाएगा |

7. निर्भय


यह Bharath की पहली स्वदेशी रूप से design और विकसित लंबी दूरी की सब-सोनिक Cruise missile हैं | इसे कई प्लेटफार्मों से  तैनात किया जा सकता है इस missile में 0.7 match पर कम से कम 100 meter की ऊँचाई पर इधर उधार घूमने और क्रूज करने की क्षमता है |

8. हेलिना


इसका पूरा नाम helicopter launched नाग missile है । यह एक तीसरी पीढ़ी की anti tank गाइडेड missile हैं | जो स्वदेशी रूप से DRDO के एकीकरण निर्देशित missile विकास कार्यक्रम I.G.M.D.P के अंतर्गत विकसित की गई है | anti tank गाइडेड missile  को मुख्य रूप से भारी बख्तरबंद  सैन्य वाहनों पर हमला करने और नष्ट करने के लिए design किया गया है | हेलिना नाग का helicopter से launch किए जाने वाला संस्करण है | जिससे धुव उन्नत हल्के helicopter और  H.A.L रूद्र  हमलावर helicopter से fire किया जा सकता है | यह 7  kilometre की मारक क्षमता वाली वाहन चलित naag missile का भारी और लंबी दूरी का संस्करण है । सामान्यतः naag missile के एक भूमि संस्करण कि मारक क्षमता केवल 4 kilometre होती है | missile को infrared Imaging seeker द्वारा निर्देशित किया जाता है | जो कि लक्ष्य पर केंद्रित है I.G.M.D.P में अगनी, आकाश ,त्रिशूल , पृथ्वी और नाग मिसाइलों का विकास शामिल है |

8. आकाश Missile


यह स्वदेशी रूप से विक्षिप्त कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली missile S.R.S.A.M प्रणाली है | DRDO 1984 में शुरू किए गए एकीकृत निर्देशित missile Vikas कार्यक्रम के हिस्से के रूप में आकाश को विकसित किया है यह 18000 meter तक ऊँचाई पर 30 kilometre दूर स्थित विमान को निशाना बना सकता है | इसमें रोहणी राडार शामिल हैं | जो 120 kilometer की सीमा के साथ आने वाले विमानों का पता लगाता है यह लड़ाकू विमानों, Cruise मिसाइलों के साथ साथ बैलिस्टिक मिसाइलों को भी रोक सकता है |

9. अग्नि 5 / Agni Five


यह Bharath की सबसे लंबी दूरी की बैलिस्टिक missile है | जिसे शीघ्र ही परमाणु शस्त्रागार में शामिल किया जाएगा | यह एक अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक missile ICBM है | जिसकी मारक क्षमता 5000 kilometre से अधिक है | और यह China के अधिकांश हिस्सों तक पहुँच शक्ति है | यह 3 चरणीय ठोस ईंधन वाली मिसाइलों द्वारा संचालित है | यह 1.5 टन का पेलोड ले जा सकता है | यह एकीकृत निर्देशित missile विकास कार्यक्रम I.G.M.D.P का एक हिस्सा है |

10. बराक 8

यहाँ DRDO Bharath और messrs israel aerospace industry I.A.I द्वारा संयुक्त रूप से विकसित एक missile प्रणाली है | जिसमें लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली missile L.R-S.A.M और मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली missile M.R.S.A.M शामिल है ।

L.R-S.A.M, बराक-08 missile प्रणाली का एक शिप luncher संस्कारण है और L.R.S.A.M, बराक-08 मिसाइल प्रणाली का भूमि luncher संस्कारण है | L.R.S.A.M आने वाले दुश्मन के विमानों का पता लगता है, जबकि वे 100 किलोमीटर दूर और उन्हें 70 किलोमीटर तक की दुरी पर नष्ट कर  देता है

















No comments:

Post a Comment