केंद्रीय संस्कृति culture मंत्री union culture प्रहलाद सिंह पटेल ने एक ebook launch की है जिसका नाम है Prof. B. B. Lal India Rediscovered. B B
Lal का पुरातत्व Archaeological विभाग में हड़प्पा आदि विषय में खोज के रूप में अभूतपूर्व
योगदान है |
इन्होंने पुरातत्व Archaeological मंत्रालय के अनुशासन
में एक विशाल योगदान दिया है इसीलिए यह संस्कृति culture मंत्रालय की ओर से इन्हें एक श्रद्धांजलि
है प्रहलाद सिंह पटेल द्वारा यह Ebook महान पुरातत्व Archaeologicalविद प्रोफेसर BB Lal के शताब्दी वर्ष के अवसर पर लांच की गई थी इनकी उम्र 100 वर्ष की हो गई है यह पुस्तक संस्कृति
culture मंत्रालय Ministry of
Culture द्वारा तैयार की गई है B.
B. Lal का जन्म 2 मई 1921 में उत्तर प्रदेश के जिला झांसी के
ग्राम बड़ौरा में हुआ था | इन्होंने 50 साल से अधिक के कैरियर में पुरातत्व Archaeological विभाग
के क्षेत्र में कार्य किया है उन्हें 1944 में तक्षशिला मैं Sir Mortimer Wheeler, इनका भी हड़प्पा आदि विशेष पुरातत्व
Archaeological क्षेत्र में खोज का विशेष योगदान देने का श्रेय प्राप्त है द्वारा
Trained किया गया था | इन्होने राजस्थान के कालीबंगन, दिल्ली के पुराना किला, उड़ीसा के
शिशुपाल गढ़ तथा उत्तर प्रदेश के हस्तिनापुर सहित कहीं ऐतिहासिक स्थल की खोज की थी
| इन्हें सन 2000 में पदम भूषण से सम्मानित किया गया | BB Lal शिमला के Indian institute
of advanced studies के निदेशक भी थे | B B Lal ने बहुत सी यूनेस्को समितियों में भी
कार्य किया है | B B Lal ने डेढ़ सौ से अधिक Research Articles और लगभग
20 Books लिखी है | यह 1968 से 1972 के
बीच Archaeological Survey of India ASI के Director general रहे | भारत इनके अभूतपूर्व योगदान को कभी नहीं भुला सकता क्योंकि इन्होंने
हमारी आधुनिक जानकारी को हमारे पुरातत्व Archaeological जानकारी से जुड़ा है इनके
अभूतपूर्व योगदान में
शामिल रहने के कारण ही
ही इनके ऊपर यह पुस्तक लिखी गई है तथा इसका सारा श्रेय पुरातत्व Archaeological विभाग
के मंत्रालय को जाता है |
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