एशियाई विकास बैंक 67 देशों की सदस्यता वाला बहुपक्षीय विकास बैंक है, जिसमें अमेरिका और जापान सबसे बड़े शेयर-धारक हैं, परंतु इसकी प्रकृति एशियन है और क्षेत्रीय सहयोग एशियन एवं प्रशांत क्षेत्रों के बीच इसका केन्द्र बिन्दु है।
ADB का उद्देश्य एशियाई देशों में गरीबी उन्मूलन, सतत् आर्थिक संवृद्धि, समाहित सामाजिक विकास, पर्यावरण निरंतरता, संचना प्रसारण और क्षेत्रीय एकीकरण में और बढ़ोत्तरी करना है। सदस्य शों को यह बैंक सहायता सह-वित्तीय पोषकता और तकनीकी सहायता प्रदान करता है। यह न केवल केन्द्रीय सरकारों, बल्कि निजी क्षेत्र एवं एनजीओ को भी गरीबी उन्मूलन के उनके प्रयास में सहभागिता
उपरोक्त तीनों बहुपक्षीय वित्तीय संस्थाएं-विश्व बैंक, अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष एवं एशियन विकास बैंक ने विकासशील देशों के विकास कार्यों में अत्यंत महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की है और इन्होंने सफलतापूर्वक इस तथ्य को स्पष्ट किया है कि गरीबी विश्व में मानवता का सबसे बड़ा अभिशाप है और यह कुछ देशों की समस्या न होकर पूरे विश्व की समस्या है।
गरीबी बहुत बड़ी समस्या है, इसका स्वरूप विशाल है और इसके दुष्प्रभाव भी वृहद् हैं। इन्हें हल करने के लिए कोई देश अकेले समर्थ नहीं है। गरीबी उन्मूलन के लिए पूरे विश्व को अपने संसाधन और गहन प्रयासों के साथ एकजुट होना पड़ेगा।
इन वैश्विक आर्थिक संस्थाओं की भूमिका विश्व आर्थिक मंदी के बाद पुनर्परिभाषित करनी पड़ेगी, जिससे एक कुशल एवं सक्षम निगरानी तंत्र विकसित हो सके और वाशिंगटन सहमति की विचारधारा के स्थान पर यह एक बहुपक्षीय आर्थिक संस्था के रूप में पहले से हट कर उभर सके।
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